#balanceforbetter
कठिनाईया तो आती रहेगी कभी ना ख़त्म होंगे सवाल,
परेशानियां तो परेशान करती रहेगी अगर ढूंढने लगो उनके जवाब,
कभी फुरसत मिले तो मिल लेना खुदसे उतारके वो नकाब,
अपनो से ना जाना दूर कितने भी हो गए कामयाब.
किस्मत लिखते ये ना भूल जाना कि किस कागज पे लिख रहे हैं,
उस श्याही को ना भूलना जिसके निशान कई गेहरे है,
जिंदगी के दौड में इतना भी तेज मत भागना की खुदकी परछाई पिछे छूट जाए,
कामयाबी हासिल करते कही खुदकी पहचान ना मिट जाए.
घर,कारोबार दोनों को संभालते पोहोचना है उस मुकाम तक,
सवाल और जवाब को साथ लेके जाना है मंजिल तक,
कितनी भी मुश्किले आए, लड़ पाएंगे तबतक,
खुशी और दर्द बाटने के लिए अपनों का साथ हो जबतक.
- श्वेता.
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